0-खुशी का माहौल
नईदिल्ली। नई सरकार गठन के बाद जनता को उम्मीद थी कि शायद आम बजट के दौरान पेट्रोल-डीजल को जीएसटी के दायरे में लाकर सरकार इनके रेट कर देगी. लेकिन ऐसा नहीं हुआ. जिससे जनता के हाथ निराशा लगी. देखते ही देखते लोगों को कारें तक खरीदना बंद कर दिया. इसका अंदाजा आप कार कंपनियों की सेल लगा सकते हैं. लेकिन अब सरकार ने इसका तोड़ निकाल लिया है. कुछ ही माह में पेट्रोल डीजल की निर्भरता सरकार खत्म करने वाली है. इसलिए मार्केट में मिश्रित ईंधन से चलने वाली कार पहुंच गई है. परिवहन मंत्री ने मीडिया को दिये बयान में कहा है कि फ्यूल फ्लेक्स के साथ इथेनॅाल से चलने वाली कारें भी मार्केट में आने वाली हैं. इसको लेकर बात चल रही है..
परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने कहा है कि मार्केट में टोयोटा कंपनी ने इथेनॅाल से चलने वाली कार लॅान्च कर दी है. यह गन्ने के जूस से चलती है. इसके प्रति लीटर चलाने की कॅास्ट की बात करें तो 25 रुपए प्रति लीटर आती है. कार निर्माता कंपनीज से बात चल रही है. जल्द ही मार्केट में एथेनॅाल से चलने वाली कारें आएंगी. जिसके बाद लोगों को महंगा पेट्रो, डीजल खरीने से मुक्ति मिल जाएगी.हालांकि ये कारें आम जन के लिए कब से उपलब्ध होंगी. तारीख की घोषणा नितिन गडकरी ने नहीं की है. उन्होने बताया है कुछ ही समय में आपको बड़ा बदलाव देखने को मिलने वाला है…
आपको बता दें कि फ्लेक्स-फ्यूल ऐसा इंधन हैं जिसके जरिये हम अपनी कार को इथेनॉल के साथ मिश्रित ईंधन पर चला सकते हैं. यानि पेट्रोल में कुछ मात्रा इथेनॅाल की मिलाकर कार चल सकती है. जिससे महंगे पेट्रोल-डीजल से मुक्ति मिलेगी. एक्सपर्ट के मुताबकि गैसोलीन और मेथनॉल या एथनॉल के संयोजन से बना एक वैकल्पिक ईंधन है. जिससे पेट्रोल-डीजल की निर्भरता कम हो जाएगी. परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने एक कार्यक्रम में बताया था कि फ्लेक्स इंजन कम लागत में ही तैयार हो जाते हैं,,. जिसके चलते मार्केट कारों की कीमतें भी कम हो सकती हैं. क्योंकि फ्लेक्स इंजन में 1 लीटर फ्यूल खरीदने की कॅास्ट लगभग 25 के आसपास ही आएगी.
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