नई दिल्ली चालू वित्त वर्ष 2025 के लिए भारत का सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) 6.5 प्रतिशत से नीचे आने की उम्मीद है, क्योंकि दूसरी तिमाही (Q2 FY25) में जीडीपी वृद्धि 5.4 प्रतिशत तक धीमी हो गई है। भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) की एक रिपोर्ट में यह आशंका जताई गई है।
रिपोर्ट में बताया गया है कि पहली छमाही (H1 FY25) में वास्तविक जीडीपी वृद्धि 6.0 प्रतिशत रही, जबकि दूसरी छमाही (H2) में 6.5-6.8 प्रतिशत की अनुमानित वृद्धि हुई। रिपोर्ट के अनुसार विनिर्माण-आधारित मंदी ने समग्र आर्थिक प्रदर्शन को काफी प्रभावित किया। उद्योग क्षेत्र की वृद्धि Q2 में छह-तिमाही के निचले स्तर 3.6 प्रतिशत पर आ गई, जिसने जीडीपी के आंकड़ों को कम करने में योगदान दिया।